हर समय किसी भी रिश्ते में ऐसा मोड़ जरुर आता है जब रिश्ते बढ़ने लगते है जिसके लिए Badalte Rishte Shayari है। अगर इस समय पर कोई अपने का साथ न मिले तो सामने वाला व्यक्ति एकदम से टूट जाता है। लेकिन उसे यह बात स्वीकार करनी पड़ेगी हर रिश्ता जो उसने बनाया है वह उसके साथ पूरी जिंदगी भर नहीं चल सकता है। जब ऐसी कोई भी परिस्थिति आती है तब कई सारे breakup भी होने लगते है। आज हमने कुछ ऐसे ही बदलते रिश्ते शायरी लिखी है।
Contents
गिरगिट की तरह रंग बदलना शायरी
1.
खुश नसीब वो नहीं जिन्का नसीब अच्छा है ………
खुश नसीब वो है जो अपने नसीब पर खुश है…
2.
कौन कहता है की आदमी अपनी किस्मत खुद लिखता है…
अगर ये सच है तो किस्मत में दर्द कौन लिखता है ?
3.
ना कोई किसी के पास होता है ना कोई किसी के दूर होता है
प्यार खुद चलकर आता है जब कोई किसी का नसीब होता है
4.
मुझे मलूम है मेरा मुकाबला तुम नहीं
लेकिन मेरी तकदीर से छुप कर मेरे एक बार हो जाओ
5.
नए नए रिश्तों में नयी नयी सी महक साथ है
अब कौन कितनी देर महके ये वक़्त की बात है
6.
कुछ पत्थरो में फूल खिल जाते हैं कुछ अनजाने भी अपने बन जाते हैं
कुछ लाशो को कफन नसीब नहीं होता तो कुछ लाशो पर ताजमहल बन जाते हैं।
7.
समझौतों की भीड़भाड़ मैं सबसे रिश्ता टूट गया
इतने घुटने टेके हमने आखिर घुटना टूट गया
8.
हाथ छूटे भी तो रिश्ते नहीं छूटा करते
वक़्त की शाख से लम्हे नहीं टूटा करते
9.
तुमने ना सुनी धड़कन हमारी पर हमने महसूस की सांसे तुम्हारी
इतनी दूर होकर भी करीब हो आप शायद यही है खुश नसीबी हमारी
10.
ना कोई किसी से दूर होता है,
ना कोई किसी के करीब होता है,
प्यार खुद चल कर आता है,
जब कोई किसी का नसीब होता है…।
11.
तेरा ना मिलना मेरा नसीब में न सही लेकिन
ऐ सनम
मेरी किस्मत में लिखा है तुझे टूट के चाहना
Badalte Rishte Status
12.
तन्हा था दुनिया की भीड़ में सोचा कोई नहीं
मेरी तकदीर मैं एक दिन आप ने दोस्ती का हाथ बढ़ाया
तो लगा कुछ तो खास था हाथों की लखीर मैं
13.
तुझे मिला नहीं हमसा कोई,
हमें मिला नहीं तुझसा कोई ये तो किस्मत की बात है,
की हमारी नजर में इस कदर बसा नहीं कोई…
14.
पल्को की जंजीरो में तेरी तस्वीर छुपाई
हाथो की लकीरो में तेरी तकदीर सजाई
15.
अपने गमो की यूं नुमाइश ना कर
अपने नसीब की यूं अजमाइस ना कर
जो तेरा है, तेरे दर पर खुद आएगा
रोज उसको पाने की ख्वाहिश ना कर
16.
गुजरी हुई जिंदगी को कभी याद ना कर,
तकदीर में जो लिखा है उसकी फरियाद ना कर,
जो होना है वो हो कर रहेगा… तू फिकर में अपनी हांसी बरबाद ना कर
17.
फिर भी करीब है हर किसी को दोस्त जैसा नहीं मिलता है
मुझे आप मिले ये मेरा नसीब है…
18.
बहते आशकों की जुबां नहीं होती
लफ्जों में मोहब्बत बयां नहीं होती
मिला है प्यार तो कदर करो
किस्मत हर किसी पर मेहरबान नहीं होती
19.
हम तो हर एक को अपना रिश्ता बनाते गए।
जहां से गुजरे अपनी याद छोड़ गए पर
किस्मत का लिखा भी अजीब है,
गुनेगर कोई और, हम साजा पाए गए।
20.
रूह से जुड़े रिश्ते पर फरिश्तों के पहरे होते हैं
कोशिश कर लो तोड़ने की और ये गहरे होते है
21
फूलों में रह कर कलियों को चाहु
शायद ऐसी मेरी तकदीर नहीं मैं भी प्यार पऊ किसी का
शायद मेरे हाथों में वो लकीर नहीं
रंग बदलते लोग शायरी
22.
बूझी शामा भी जल सकती है,
तूफ़ान से कश्ती भी निकल सकती है,
हो के मायुस यूं ना अपने इरादे बदलो
तेरी किस्मत कभी भी बदल सकती है
23.
मुझसे तुझसे मिलने की तकदीर नजर आई,
मुझे अपने जोड़े में जंजीर नजर आई
जितने आंसू बहाए तेरी याद में
हर सांसो में तस्वीर तेरी नजर आई
24.
हम ने भी चाहा हर मंजिल करीब हो कर ,
हर वक्त आप का साथ नसीब हो पर,
वहां खुदा भी क्या करे जहां इंसान खुद बदनाम हो
25.
सख्त हाथों से भी छूट जाते हैं हाथ
रिश्ते ज़ोर से नहीं तमीज से थामे जाते हैं
26.
तन्हा था दुनिया की भीड़ में,
सोचा कोई नहीं मेरी तकदीर मैं,
एक दिन आप ने दोस्ती का हाथ बढ़ाया ,
तो लगा कुछ तो खास था हाथो की लकीर मैं
27.
साड़ी ज़िंदगी रखा रिश्तों का भरम
कोई अपने शिव अपना ना मिला
28.
बदलने वाले तो हर चीज बदल देते हैं,
कमान से निकला तीर बदल देते हैं,
तुम तो मेरे चार अंश न बदल सके ,
बदलने वाले तो तकदीर बदल देते हैं
29.
रिश्ते जो भी टूट जाते हैं
वो रिश्ते दुबारा नहीं जुड़ा करते,
जिस तरह मुरझाए हुए फूल
वापस नहीं खिलते
30.
Badalte Rishte Quotes
कोई ना मिला तो क़िस्मत से गिला नहीं करते ,
अक्सर लोग मिलकर भी मिला नहीं करते ,
हर शाख पर बहार आती ही ज़रूरत,
पर हर शाख पर फूल खिला नहींकरते
31.
मोहब्बत मुक़द्दर है,
एक ख़्वाब नहीं,
ये वो रिश्ता है,
जिसमे सब कामयाब नहीं,
जिन्हे साथ मिला,
उन्हे उंगलियों पर गईं लो,
मतलब के रिश्ते शायरी इन हिंदी
32.
बिछड़ के तुमसे जिंदा हूं..
मेरी तकदीर तो देखो,
कभी आ कर मेरे हलात की तस्वीर तो देखो,
प्यार की दौलत खरीदे खून के आंसू,
मिली जो इश्क में हमको जागीर तो देखो
33.
मेरे नसीब मैं तू नहीं शायद क्यों खेल ऐसा तकदीर का होता है,
लकीरैं नहीं मिलती है उनसे जिनसे ये दिल मिला होता है,
दुनिया कहती है चंद लम्हों का साथ था,
ये दिल जनता है ये उमर भर का एहसास नहीं होता है !!!
34.
ऐ खुदा आज ये फैसला करदे,
उसे मेरा या मुझे उसका करदे,
बहुत दुख साहे है मैंने कोई
खुशी से अब तो मुलाकात करादे ,
बहुत मुश्किल लगता है उसे दूर रहना,
जुदाई के सफर को कम करदे,
35.
तकदीर से अपनी सबको शिकायत क्यों है,
जो दोस्त नहीं मिल सकता उस से मोहब्बत क्यों है,
कितने काटे हैं रहो पर फिर भी दिल को उसी की आरजू क्यों है…
36.
मिलना इतिफाक था बिछड़ना नसीब था,
वो उतना ही दूर हो गया जितना करीब था,
हम उसे देखने के लिए तरस्ते हे,
जिस शक्श की हथेली पे हमारा नसीब था
37
हम तो ना अजनबी हैं ना ही पराये हैं,
आप और हम एक रिश्ते के साये है।
झूठे रिश्ते शायरी
38
क़िस्मत रूठ गयी , दिल के तार टूट गए,
आप जो हमे कह गए,
सपने भी सारे टूट गए,
बाकी रहे ख़ज़ाने मैं दोआँशु ,
याद आप कीआयी , तो वो भी लौट गए
39
लडते रहे तकदीर से पर अखिर हार गए जिन्को अपना खून पिलाया,
वो हमें मार गए ये कैसी दुनिया है पत्थरो की ऐ दोस्त उनसे दिल लगाके ये हम जान गए..!!
40
सारे सपने कहीं खो गए हैं,
हम क्या से क्या हो गए,
दिल से तनहाई का दर्द जीता क्या कहे हम पे क्या ना बीता,
तुम ना आए मगर जो गए हैं हम क्या से क्या हो गए,
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