आज की चर्चा का विषय Dev Shabd Roop है हम लोगों ने स्कूल के समय में यह सब बहुत पढ़े हैं लेकिन इनको याद करना बच्चों के लिए बहुत ही मुश्किल हो जाता है यह शब्द रूप हम आसान भाषा में आपको हमारे एक नीचे देखे सारणी में अच्छे तरीके से समझा रहे हैं संस्कृत के कुछ ऐसे शब्द होते हैं जिसके बहुत सारे रूप होते हैं बहुत सारे अर्थ होते हैं लेकिन इनमें से एक शब्द जिनके करीब 8 ऐसे रूप होते हैं जिनका इस्तेमाल कई जगह किया जाता है और इन शब्दों का उपयोग हम सिर्फ संस्कृत में नहीं हिंदी में भी कर सकते हैं
देव शब्द रूप अकारांत संज्ञा है इन सब ग्रुपों को इस्त्री लिंग पुलिंग और नपुसंक लिंग के दिन तीनों लिंगों में लिखा जाता है देव शब्द रूप (Dev Shabd Roop) को हम पुल्लिंग शब्द रूप में लिखेंगे इसके कई सारे उदाहरण भी है जैसे कि बालक, राम ,सूर्य ,मानव ,गज ,छात्र इत्यादि
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | देवः (देव, देव ने) | देवौ (दो देव, दो देवों ने) | देवाः (अनेक देव, अनेक देवों ने) |
द्वितीय | देवम् (देव को) | देवाभ्याम् (दो देवों से, दो देवों के द्वारा) | देवान् (अनेक देवों को) |
तृतीया | देवेन (देव से, देव के द्वारा) | गुरुभ्याम् | देवैः (अनेक देवों से, अनेक देवों के द्वारा) |
चतुर्थी | देवाय (देव के लिए, देव को) | देवाभ्याम् (दो देवों के लिए, दो देवों को) | देवेभ्यः (अनेक देवों के लिए, अनेक देवों को) |
पंचामी | देवात् / देवाद् (देव से) | देवाभ्याम् (दो देवों से) | देवेभ्यः (अनेक देवों से) |
षष्ठी | देवस्य (देव का, देव के, देव की) | देवयोः (दो देवों का, दो देवों के, दो देवों की) | देवानाम् (अनेक देवों का, अनेक देवों के, |
सप्तमी | देवे (देव में, देव पर) | देवयोः (दो देवों में, दो देवों पर) | देवेषु (अनेक देवों में, अनेक देवों पर) |
संबोधन | हे देव! (हे देव!) | हे देवौ! (हे दो देवों!) | हे |
आज के इस लेख में आपकोDev Shabd Roop के बारे में सम्पूर्ण जानकारी आप तक पहुचाने का प्रयास किया है आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो हमे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बता सकते है और ऐसे ही हम आपको सभी प्रकार की जानकारी आप तक पहुचाहते रहेंगे अगर आप सभी और शब्द रूपों की सारणी चाहते हैं तो हमारे दिए गए और ब्लॉग में जाकर आप पढ़ सकते हैं हमने शब्द रूप के हर एक शब्द को अच्छे से सारणी में समझाया है जैसे – Guru Shabd Roop , Kavi Shabd Roop ,Lata Shabd , आदि है