घोडा(Information about horse in hindi )यह एक ऐसा पालतू जानवर है जिसके बारे में शायद सभी लोग जानते ही होंगे घोडा अक्सर अपनी तेज रफ़्तार के लिया जाना जाता है। तथा घोडा बिना कुछ खाये पिए भी काफी दूर तक दौड़ सकता है। घोड़े का इतिहास काफी पुरआना माना गया है खा जाता है की घोड़े पिछले ६००० सालो से पाए जा रहे है तभी से इनका इस्तेमाल एक परिवहन के रूप में किया जा रहा है।
आप सभी लोगो ने इतिहास तो पढ़ा ही होगा उसमे हर जगह आपको घोड़े का जिक्र जरूर ही मिलेगा। कुछ घोड़े तो ऐसे तो ऐसे भी है जो की अपने मालिक की रक्षा करते करते शहीद भी हो चुके थे। घोड़े इतिहास के सबसे बड़े किरदार माने गए है। घोड़े कई प्रजातियों के पाए जाते है। पुरे विश्व में करीब १६० तरह के घोड़ो की प्रजातियां पायी जाती है जिनमे अफ्रीकन घोड़े दरियाई घोड़े भी शामिल। दरियाई घोडा सबसे तेज भागने वाला घोडा माना जाता है।
तथा ऐसा भी माना जाता है की इसके गुलाबी रंग के पसीने निकलते है। हम इस आर्टिकल के माध्यम से कुछ घोड़ो के बारे में ऐसे रोचक तथ्य जननेगे जिनके बारे में आपने शायद ही कभी सुना होगा तो चलिए सुरु करते है।
Contents
Horse Information In Hindi
- इस पूरी दुनिया मई घोड़ो की जनसँख्या लगभग 6 करोड़ है।
- घोड़े की आंखे जमीन पर पाए जाने वाले जानवरो सबसे बड़ी होती है।
- घोडा अपनी तेज गति और फुर्ती के लिए जाना जाता है।
- घोड़े की रफ़्तार 45 किलोमीटर प्रतिघण्टा होती है। वह खड़े खड़े सो सकता है।
- नर घोड़े के मुँह में 40 और मादा के 36 दांत होते है।
- घोड़े का जीवन काल 25 – 30 वर्ष होता है।
- गरमियों में घोडा एक दिन में 100 लीटर पानी पी सकता है।
- संसार में घोड़े की 200 से ज्यादा किस्म पायी जाती है।
- घोड़े एक बार 360डिग्री तक देख सकते है।
- घोड़े के लिए उलटी करना असंभव है ये डकार भी नहीं मारते।
- घोड़े की मौत का सबसे बड़ा कारण पेट का दर्द है।
- हमारे नाखुनो की तरह घोड़े के खुर भी सेंसिटिव होते है।
- घोड़े का बच्चा पैदा होने थोड़े दिन ही चलना सुरु कर देता है।
- घोड़े को मीठा भोजन पंसद होता है।
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घोड़े का जीवन(Information about horse in hindi)
घोडा प्राचीनकाल से चलता आ रहा एक ऐसा जानवर है जो की अपने आप में ही एक इतिहास से भी बढ़कर है। माना जाता है की घोड़े का जीवन काल 25 से 30 वर्ष का ही होता है. तथा घोडा इस जीवन काल में इतना दौड़ लेता है जितना मनुष्य अपने 70 साल के जीवनकाल में कभी चल भी नहीं सकता है।इसलिए हम आपको life of horse के बारे में बता रहे है।
घोड़े हमेशा अपनी नाक से ही सांस लेते है ये बिना रुके कई घंटो तक कई मिलो तक दौड़ सकते है। और ये जल्दी थकते भी नहीं है। ये एक ऐसे जिव होते है जो खड़े खड़े ही सो सकते है तथा ये नींद में आकर गिरते भी नहीं है। घोडा लगभग 45km की रफ़्तार से दौड़ते है। घोड़े की आंखे 360 डिग्री तक देखने में सक्षम होते है।
परन्तु ये इंसानो की तरह किसी चीज पर फोकस नहीं कर पाते है। जो नर घोड़े होते है उनके मुँह में 40 एवं मादा के मुँह में 36 दांत होते है। इनके पैर काफी गद्देदार होते है एवं उनमे खुर पाया जाता है। यह स्तनपायी जिव होते है। जो की अपने जीवन काल में कई सारे बच्चो को जन्म देती है। इनके बच्चे पैदा होने के कुछ दिन बाद ही चलने लग जाते है। अगर आपको इसके बारे में और जानना चाहते है तो आप हमारा यह ब्लॉग भी पढ़ सकते है।
घोड़े शाकाहारी होते हैं, और उनके आहार में मुख्य रूप से सख्त घास होती है। यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनोइस कॉलेज ऑफ इलिनोइस के अनुसार, घोड़े के मुंह के सामने बड़े, चपटे दांत, जिन्हें घोड़े के मुंह के सामने कृन्तक कहा जाता है, इसे जमीन से घास को पकड़ने और चीरने में मदद करता है, जिसे घोड़ा उसके जबड़े के प्रत्येक तरफ की दाढ़ और प्रीमोलर्स के साथ पीसता है। पशु चिकित्सा।
आयोवा स्टेट यूनिवर्सिटी के अनुसार, किसी भी पालतू जानवर के शरीर के आकार के सापेक्ष घोड़ों का पेट सबसे छोटा होता है। घोड़े की कम क्षमता वाला पेट छोटे लेकिन लगातार भोजन के अनुकूल होता है। अधिकांश पोषक तत्वों को अवशोषित कर लिया जाता है क्योंकि भोजन छोटी आंतों से होकर हिंदगुट में जाता है, जिसमें सीकुम, बड़े कोलन और छोटे कोलन शामिल होते हैं, जहां यह बैक्टीरिया द्वारा किण्वित होता है। ह्यूमेन सोसाइटी का सुझाव है कि एक स्वस्थ घोड़े को उसके शरीर के वजन का 1% से 2% हर दिन घास या घास में खिलाया जाना चाहिए।
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घोड़े कितने बड़े होते हैं?
घोड़े मांसल जानवर होते हैं जिनकी लंबी पूंछ मोटे बालों से बनी होती है, एक लंबी, मोटी गर्दन मध्य रेखा के नीचे अयाल से लिपटी होती है, और एक लम्बा सिर और खोपड़ी होती है। ओक्लाहोमा स्टेट यूनिवर्सिटी के अनुसार, मनुष्यों ने चयनात्मक प्रजनन के माध्यम से सैकड़ों विभिन्न घोड़ों की नस्लों का निर्माण किया है, जिसके परिणामस्वरूप कई अलग-अलग घोड़े के कोट रंग हैं, जिसमें शाहबलूत, सफेद अयाल और पूंछ (पालोमिनो) के साथ सोना, चित्तीदार, पूरी तरह से काला और अधिक शामिल है।
जमीन से उनके कंधों के शीर्ष तक मापा जाता है, घोड़े आमतौर पर 2 फीट 6 इंच (76 सेंटीमीटर) और 5 फीट 9 इंच (175 सेमी) के बीच होते हैं, और वजन 120 पाउंड के बीच होता है। (५४ किलोग्राम) और २,२०० पाउंड। (1,000 किग्रा), नेशनल ज्योग्राफिक के अनुसार। हालांकि, घोड़ों का औसत से छोटा या बड़ा होना असामान्य नहीं है।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स सबसे लंबे जीवित घोड़े को बिग जेक नाम का बेल्जियम का घोड़ा मानता है जो लगभग 7 फीट लंबा (82.8 इंच, या 210 सेमी, सटीक होने के लिए) है। बेल्जियम की नस्ल दुनिया में सबसे मजबूत और सबसे शक्तिशाली घोड़े की नस्लों में से एक होने के लिए जानी जाती है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अनुसार, अब तक का सबसे लंबा घोड़ा सैम्पसन या मैमथ नाम का एक शायर घोड़ा था, जिसे 1850 में लगभग 7 फीट 2 इंच लंबा (86.2 इंच या 219 सेमी) मापा गया था।
पैमाने के दूसरे छोर पर टट्टू और लघु घोड़े हैं। एनसाइक्लोपीडिया ब्रिटानिका के अनुसार, एक टट्टू एक वयस्क घोड़ा है जो 4 फीट 10 इंच (147 सेमी) से छोटा है। एक छोटा घोड़ा और भी छोटा होता है, जिसकी लंबाई 3 फीट 2 इंच (97 सेमी) से कम होती है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा दर्ज किया गया अब तक का सबसे छोटा घोड़ा थम्बेलिना नाम का एक छोटा घोड़ा था, जिसे 2018 में मरने से पहले सिर्फ 17.5 इंच (44.5 सेमी) लंबा मापा गया था।
Horse Details In Hindi
घोडा एक शाकाहारी पशु माना गया है जो की केवल घास फुस एवं चना ही खता है। घोड़े चने खाने के ज्यादा शौकीन होते है तथा इन्हे चना काफी पसंद भी होता है जोकि इनकी ताकत का मुख्य स्त्रोत भी है। तथा यह मैदानों पर उगी हरी घास भी ज्यादा मात्रा में खाना पसंद करते है।
घोडा काफी तेज दौड़ने वाला पशु माना गया है जो की 45km की रफ़्तार से दौड़ता है। इसलिए इसका इस्तेमाल पुराने समय में युद्ध में काफी हद तक किया जाता था क्यूंकि यह पलक झपकते ही कई मिलो दूर तक पहुंच जाते थे। इनका इस्तेमाल युद्ध में काम आने वाले हथियार ले आने एवं जाने के लिए किया जाता था
आज कल के ज़माने में घोड़ो का इस्तेमाल काफी हद तक कम हो चूका है। इसे कहि किसी अवसर पर ही देखा जाता है। लेकिन कई जगहों पर इसका इस्तेमाल तांगे के रूप में किया जाता है ऐसा कई देहाती इलाको में ही किया जाएत है। तथा इनके पैरो में नाल ठोक दी जाती है जिसके कारण ये रेतीले एवं पथरीले इलाको में आसानी से चल सकते है।
आज कल घोड़ो का इस्तेमाल कई सारे खेलो में भी किया जाता है आप सभी लोगो ने देखा ही होगा जो पोलो को खेल होता है उसे घोड़े पर बैठकर ही खेला जाता है। तथा इस खेलो में कई बड़े बड़े बोलियां भी लगाई जाती है तथा कई सारे इनाम भी दिए जाते है
घोड़ो का इस्तेमाल आज कल केवल सादी में किया जाता है। जब किसी का व्याह का समारोह होता है तब घोड़ो को दुल्हन की तरह सजाया जाता है। सजे हुए घोड़े काफी आकर्षक लगते है। घोड़ो को रथ के साथ भी चाल्या जाता है। इस्पे बैठकर दूल्हा सादी करने हमेशा जाता ही है तथा इसे काफी सुभ भी माना गया है।अगर आपको(Information about horse in hindi)अच्छा लगा हो तो कृपया पेज को फॉलो करना न भूले