प्रिय पाठकों आज हम आपके समक्छ Margaret Alva’s Biography in Hindi – नामक लेख लेकर प्रस्तुत हुए हैं। अभी हाल में ही भारतीय जनता पार्टी के विपक्षी दल ने रही पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा कई राज्यों की राज्यपाल रहीं मार्गरेट अल्वा को उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में इनका नाम प्रस्तुत किया है।
इसी कारणवश जनता में इनके बारे में जानकारी प्राप्त करने की लालसा जागृत हुयी है। आईये Margaret Alva’s Biography in Hindi –नामक लेख के माध्यम से पूरी संछेप में जानकारी प्राप्त करते हैं।
Contents
Who is Margaret Alva in Hindi ?-जानिये मार्गरेट अल्वा कौन हैं ?
Margaret Alva Biography in Hindi –
- अभी वर्त्तमान काल में ही भारतीय जनता पार्टी के समक्छ उपराष्ट्रपति पद के लिए जिस नाम की घोषणा की है वो और कोई नहीं मार्गरेट अल्वा हैं।
- जो की पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कई राज्यों की राज्यपाल के पद पर रह चुकी हैं।
- कई सूत्रों की मानें तो ये निर्णय एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार जी के निवास में तय हुआ है।
- उन्होंने ये घोषणा करते हुए इस बात की भी पुष्टि की है की 17 विपक्षी दलों की पूर्ण सहमति से मार्गरेट अल्वा जी के नाम का चुनाव किया गया है।
- साथ ही साथ हमें ये भी जानकारी प्राप्त हुयी है की मार्गरेट अल्वा के सामने जो प्रत्याशी हैं उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए उनका नाम भी मित्रों आपको बताते हैं।
- जगदीप धनखड़ जी हैं जो की उपराष्ट्रपति पद के लिए भी प्रत्याशी हैं। मार्गरेट अल्वा जी को राजनीती अनुभव में काफी महारत हासिल है।
- इन्होंने कई पिछले सालों से राजनीती छेत्र में कई सराहनीय कार्य किये हैं।
- जब से इनका नाम उपराष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित हुआ है लोगों में इनके बारे में उत्सुकता काफी जागरूक हो गयी है। आईये Margaret Alva’s Biography in Hindi – इस लेख के माध्यम से मार्गरेट अल्वा के जीवन की पूरी जानकारी संक्छेप से प्राप्त करते हैं। कृपया करके इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
मार्गरेट अल्वा का जीवन परिचय -Margaret Alva’s Biography in Hindi
Margaret Alva Biography in Hindi | Margaret Alva |
पूरानाम | मार्गरेट अल्वा |
पिता का नाम | स्वर्गीय श्री पी.ए. नाज़रेथ |
माता का नाम | श्रीमती ई.एल. नाजरेथ |
पति का नाम | निरंजन अल्वा |
जन्म स्थान- | कर्नाटक के मैंगलोर में |
जन्म तिथि- | 14 अप्रैल 1942 |
आयु | 80 yrs (२०२२ के मुताबिक) |
विश्वविद्यालय | मार्गरेट अल्वा ने माउंट कार्मेल कॉलेज और गवर्नमेंट लॉ कॉलेज, बैंगलोर से शिक्षा प्राप्त की |
निवास | नई दिल्ली |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
पार्टी | कांग्रेस |
शिक्षा | बी.ए, बी.एल, मानद डाॅक्टरेट, एम.टी. कारमेल काॅलेज तथा राजकीय विधि महाविद्यालय बैंगलुरु, कर्नाटक |
राजनीति में जुड़ी | 1969 |
बच्चे | 3 पुत्र और 1 पुत्री |
पेशा | वकालत, सामाजिक कार्यकर्ता और राजनीतिज्ञ |
Margaret Alva’s Biography in Hindi
शुरुवाती जीवन मार्गरेट अल्वा का क्या था ?
- कैथलिक परिवार से मार्गरेट अल्वा सम्बन्ध रखती हैं।
- 14 अप्रैल ,सन्न १९४२ में कर्नाटक के मैंगलोर में एक रोमन कैथोलिक परिवार में मार्गरेट आल्वा का जन्म हुआ था।
- इनके पिता का नाम स्वर्गीय श्री पी.ए. नाज़रेथ था।
- इनकी माता का नाम श्रीमती ई.एल. नाजरेथ था।
- इनकी स्नातक की शिक्षा तथा क़ानूनी शिक्षा दोनों ही बैंगलोर से प्राप्त की हैं।
- स्नातक की शिक्षा इन्होने माउंट कार्मेल कॉलेज बैंगलोर से प्राप्त की एवं कानून की डिग्री गवर्नमेंट लॉ कॉलेज बैंगलोर से प्राप्त की।
- अल्वा ने अपने युवा दिनों में ही एक सफल वकील के रूप में पहचान बना ली थी।
- इनको वकालत के साथ ललितकला में भी रूचि है।
- अल्वा पेशे से वकील होने के साथ -साथ समाज सेविका भी थीं। इन्होने समाज के कल्याण के लिए कई ऐसे मुद्दों पर कार्य किये जो की काफी सराहनीय हैं। इनके इसी श्रेष्ठ कार्यों के कारण इनको यंग विमेन क्रिश्चियन एसोसिएशन का अध्यक्ष भी बनाया गया ।
- इन्होंने ऐसे कई संगठन भी स्थापित किया था जो महिलाओं और बच्चों के जीवन से जुड़े कई मुद्दों पर आधारित था।
अल्वा का परिवार-
- कुल 5 सदस्य इनके परिवार में ।
- इन्होने अपना वैवाहिक जीवन 24 मई 1964 को निरंजन थॉमस अल्वा के साथ शुरू किया था।
- इनकी एक बेटी और तीन बेटे हैं। निरंजन थॉमस अल्वा की मुलाकात पहली बार मार्गरेट अल्वा से छात्रों के रूप में गवर्नमेंट लॉ कॉलेज में हुई थी।
- इनके पति एक निर्यात व्यवसायी थे। 1992 में मारग्रेट अल्वा के दोनो बेटे निरेत अल्वा और निखिल अल्वा ने साथ मिलकर मेडिटेक नाम की एक कंपनी को स्थापित किया।
- जो की एक मेडिटेक कंपनी एक टेलीविज़न सॉफ्टवेयर कंपनी है।
मार्गरेट अल्वा का राजनीतिक जीवन कैसा था ?
- मार्गरेट अल्वा ने साल 1969 में राजनीति की दुनिया में अपना पहला कदम रखा और यही इनकी राजनीतिक दुनिया का सफर शुरू हुआ।
- प्रिय पाठकों आपको ये बता दे की अल्वा का राजनीति में कदम रखने में उनके परिवार एवं उनके पति का काफी योगदान है।
- मार्गरेट अल्वा भारतीय कांग्रेस कमेटी में संयुक्त सचिव के पद पर भी कार्य कर चुकी हैं। सन्न 1975 से 1977 के बीच में।
- उसी साल 1978 से 1980 के बीच इन्होने दो साल तक कर्नाटक के कांग्रेस कमेटी के महासचिव के पद के रूप में कार्यरत रह चुकी है।
- इनको 6 अगस्त, 2009 को उत्तराखंड की पहली महिला राज्यपाल के पद से सम्मानित किया गया था ।
- परिवार में खास करके इससे पहले उत्तराखंड में कोई भी महिला राज्यपाल नहीं बनी थीं।
- उत्तराखंड राज्यपाल के कार्यभार को इन्होंने मई 2012 तक संभाला, इसके तुरंत बाद इन्हे राजस्थान का राज्यपाल बना दिया गया था।
- मार्गरेट अल्वा ने साल 2012 से 2014 तक राजस्थान के राज्यपाल का कार्यभार संभाला।
राजनैतिक इतिहास मार्गरेट अल्वा का –
- मार्गरेट अल्वा कांग्रेस के प्रतिनिधि के रूप में 4 बार राज्यसभा के लिए चुनी गई। मार्गरेट अल्वा अप्रैल 1974 में राज्यसभा के लिए चुनी गई।
- फिर इसके बाद 1980, 1986 और 1992 में लगातार तीन बार राज्यसभा के लिए चुनी गई।
- राज्यसभा के कार्यकाल के दौरान 1983 से 1985 में उपाध्यक्ष भी रही।
- 1984 से 1985 में मार्गरेट अल्वा ने संसदीय मंत्रालय में केंद्रीय राज्य मंत्री भी रह चुकी है।
- इसके साथ साथ मानव संसाधन विकास, बाल विकास, महिला मंत्रालय इत्यादि की एक शाखा के रूप में भी कार्य किया।
- इसके अतरिक्त कई सांसद समितियों के रूप में भी मार्गरेट अल्वा ने काम किया। इसके बाद विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री भी रही।
- इसके अलावा मार्गरेट अल्वा ने 1991 से 1996 तक लोक शिकायत, पेंशन और संसदीय मामलों के राज्य मंत्री के रूप में भी कार्यरत रही।
उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार घोषित होना
- एनडीए ने मार्गरेट अल्वा को उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार के पद पर चयनित किया ।
- बंगाल के कार्यरत राज्यपाल जगदीप धनकड़ को एनडीए ने उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में खड़ा किया है।
- जैसे ही इनके नाम की घोषणा हुयी उसीके साथ -साथ अगले ही दिन विपक्षी पार्टियों ने भी अपना उम्मीदवार उपराष्ट्रपति के लिए सामने लाया है।
- एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने मार्गरेट अल्वा के नाम की घोषणा उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में कर चुकी है।
मार्गरेट अल्वा को मर्सी रवि के अवॉर्ड से साल 2012 में सम्मानित किया गया था।एक महिला होने के बाद भी इनको इनके राजनैतिक तथा सामाजिक छेत्र में सर्वश्रेष्ठ कार्य के हेतु इनको सम्मानित किया गया।
अंतिम शब्द –
प्रिय पाठकों आज हम आपके समक्छ Margaret Alva’s Biography in Hindi – नामक लेख लेकर प्रस्तुत हुए हैं।आशा करते हैं की आपको ये लेख पसंद आया होगा। कृपा करके इसको ज्यादा से ज्यादा शेयर एवं लाइक करें। धन्यवाद