Poem On Father In Hindi

10 + Poem On Father In Hindi – पिता पर बेहतरीन कविताए

Poem On Father In Hindi दोस्तों आज हमने पिता पर कविताएं लिखी है। हमने इन कविताओ में घर में एक पिता की भूमिका का वर्णन किया है। पिता अपने बच्चो का हीरो होता है। पिता का ह्रदय बहित बड़ा होता है वह स्वयं दुख में रहकर। अपने बच्चो को सुखी रखता है।

पिता एक ऐसा इंसान है जो खुद भूका रहकर अपने बच्चो का पेट भरता है।  माँ के बारे में तो सब लिखते है परन्तु पिता के बारे में  बहुत कम लिखा जाता है,जिस भी बच्चे के सर पर पिता का हाथ रहता है उसे किसी भी बात का डर नहीं रहता।

Contents

 Best Poem On Father In Hindi

Poem On Father In Hindi

मेरा साहस मेरी हिम्मत
मेरी पहचान है पिता
घर की एक एक इट में
शामिल उनका खून पसीना है
सारे घर की रोनक उनसे
सारे घर की शान पिता
मेरी इजत्त मेरी शोरत
मेरा रूतबा मेरा मान है पिता
मुझको हिम्मत देने वाले
मेरा अभिमान है पिता
 रिश्ते सारे उनके दम से
सारे नाते उनसे है
 घर की दिल की धड़कन
सारे घर की जान पिता
शायद रब ने देकर भेजा
फल ये अच्छे कर्मो का
उसकी रहमत उसकी बरकत
उसका वरदान है पिता
ओर आज में को बोल पा रहा हूं उ
सका आधार है मेरे पिता। Love you Papa

पिता पर कविता

Poem On Father In Hindi

कभी धरती तो कभी आसमान है पिता
जन्म दिया अगर मां ने तो
जग जानेगा वो पहचान है पिता
कभी कंधे पर बैठाकर मेला घूमता है पिता
कभी बनके घोड़ा घूमता है पिता।
मा अगर पैरो पर चलना सिखाती है
तो पैरो पर खड़ा होना सिखाता है पिता
कभी रोठी तो कभी पानी है पिता
कभी बुढ़ापा तो कभी जवानी है पिता
मा अगर है मासूम सी लोरी
तो कभी ना भूल पाऊंगा वो कहानी है पिता।
कभी हसी तो कभी अनुशासन है पिता
कभी मोन तो कभी भाषा है पिता
मा अगर घर की रसोई है
तो घर का राशन है पीता
कभी ख्वाब को पूरा करने की जिमेदारी है पीता।
कभी आसुओ में छिपी लाचारी है पीता
मा अगर जरूरत पर बेच दे गहने
तो जो अपने को बेच दे वो व्यापारी है पीता
कभी हसी ओर खुशी का मेला है पीता
कभी तनहा ओर अकेला है पिता।
मां तो कह देती है अपने दिल की बात
पर आसाम सा फ़साना है पिता।

Small Poem On Father In Hindi

Poem On Father In Hindi

जो बिना आवाज ओर बिना आंसू
के रोता है वो पिता होता है
जो अपने बच्चो की तकलीफों के
छेदो को अपने बनियान में पहन लेता है
वो पिता होता है ।
यह सच है कि नौ महीने पालती है मां हमे पेट मे
पर जो 9 महीने दिमाग में ढोता है वो पिता होता है।
तन मन धन से समर्पित होता है,
परिवार के लिए तत्पर रहता है।
मुसीबत में साथ खड़ा होता है,
बेटे के लिए राजा होता है,
बेटी के सर का ताज होता है,
हमें एकजुट रखता है,
वो पिता होता है।

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वो है पापा 

Poem On Father In Hindi

चेहरे पर है जिनके मुस्कान
है सबके दिल की जो जान है
वो है पापा
हो जाओ कभी तुम लेट भी
जो घर पर इन्तजार करते मिल जाए
वो है पापा
माँ रखे सबका ध्यान
पर जो रखे माँ का भी ध्यान
वो है पापा
खुद थकने पर भी जो तुम्हे
गोद में उठाए
वो है पापा
नींद आने पर खुद की चादर भी तुझे ओढ़ाए
वो है पापा
बच्चों के साथ बच्चे बन जाए
वो है पापा।

pita par poem in hindi

Poem On Father In Hindi

पापा आप हीरो हो मेरे
आप उस छत कि तरह है जो
अपने परिवार को आंधी तूफान से बचाते हैं।
पर कभी कभी बादल बनकर जरूर गरजते हैं,
बस तभी आंखो से आसू की बूंदे टपकती है
ओर फिर आप ही उन्हें पोछते है।
पापा आप हीरो हो मेरे।
पापा आप उस (GPRS) की तरह है
जो हमेशा ज़िंदगी की सही डायरेक्शन दिखाते हैं
बचपन में आप जब मेरी उंगली,
पकड़कर चलाया करते थे
तब में रोया करता ओर ज़िद भी करता,
की मुझे अकेले चलने दो
पर आज समझ आया है कि वो
हाथ ही थे जो मुझको संभाला करते थे
पापा आप हीरो हो मेरे।
जीवन में संघर्ष किसे कहते हैं
वो मैने आपसे ही सीखा
जब कभी संभाला ओर गिरा,
तो आप ने है संभाला मुझे
पापा आप हीरो हो मेरे।
पापा आप उस धूप जैसे है जिससे शरीर,
तप तो जाता है पर विटामिन डी भी देकर जाता है।
पापा आपसे फोन पे बाते 2 मिनिट से ज्यादा ना हो,
परंतु जिन्दगी में आगे बढने का हौसला उसी से मिलता है
पापा आप हीरो हो मेरे।
मुझे छाव में रखा खुद रहे धूप में
मैने देखा है एक फरिश्ते को पीता के रूप में।
मां के बारे में तो मै कहता ही रहता हूं बस
आज में इतना ही कहूंगा पापा आप हीरो हो मेरे।

Fathers Day Poem In Hindi

शाम हो गई अभी
तो घुमने चली न पापा
चलते-चलते थक गई,
कंधे पे बिठा लो ना पापा
अंधेरे से डर लगता,
सीने से लगा लो ना पापा
मम्मी तो सी गई
आप ही थपकी देकर सुलाओ न पापा
स्कूल तो पूरी हो गई
अब कॉलेज जाने दोन पापा
पाल-पोस कर बड़ा किया
अब जुदा ती मत करो ना पापा
अब डोली में बिठा ही दिया तो
आँसू तो मत बहाओ ना पापा
आपकी मुस्कुराहट अच्छी है
एक बार मुस्कराओ न पापा
आपने मेरी हर बात मानी
एक बात और मान जाओ ना पापा
इस धरती पर बोझ नही मैं
दुनियाँ को समझाओ न पापा ।।

Small Poem on Father in Hindi

 हमारे लिए संघर्ष की आँधियों से जो जूझते वो हमारे पिता
दो धारी तलवार जो बन जाते वो हमारे पिता
सूरज की गर्मी बारिश की थपेड़ों से लड़ जाते वो हमारे पिता
बचपन में जो खिलौना हमें भाता वो लाते हमारे पिता
कलेजे का बिछौना बनाकर सुलाते वो हमारे पिता
जिम्मेदारियों को हमेशा ख़ुशी -ख़ुशी लादे वो हमारे पिता
हमारे सपनों को आगे रखकर खुद की खुशियों को भूलते  वो हमारे पिता
जब मै  घबरा जाता हमारे हौसले को बढ़ाते वो हमारे पिता
जब खुद कमाया तब खूब जो याद आये वो हमारे पिता
तब समझ आयी उनकी हर मेहनत का दर्द
लव यू पापा !!!

Poetry on Father

हमारे घर की शान हैं  पिता हमारे घर की जान हैं पिता
हमारा स्वाभिमान हैं पिता हमारा अभिमान हैं पिता
अगर माँ जननी है तो पालनहार हैं पिता
माँ ने अगर खाना बोलना सिखाया तो गिर कर जिसने सम्भलना सिखाया वो हैं पिता
 सही -और गलत माँ  ने  बताया तो उस गलत से लड़ना बताया वो हैं पिता
जब कभी माँ करती है खूब गुस्सा तो उस मार से जिसने बचाया वो हैं पिता
धरती अगर माँ है तो आकाश हैं  पिता
माँ अगर शालीन है तो धैर्य और त्याग का भंडार हैं पिता
जो हमें ठंडी छाँव देते  वो हैं पिता
जो हमें उज्जवल भविष्य देते वो हैं पिता
लव यू पापा !!!

लव यू पापा कविता 

चाहत की हम पर की खूब बरसात
हमारी खुशियों के आगे कभी न देखा दिन और न रात
हम दर के मारे कुछ कह न पाते
हमारे चेहरे को आप खूब पढ़ पाते
हर ख्वाहिश पूरी कर जाते
कोई भी दुःख जब हमें घेर जाता
सबसे पहले पापा आपको अपने पास पाया
जब मैं बच्चा था आपने ही तो ऊँगली पकड़कर चलना सिखाया
जीवन की कठनाईयों की उलझनों से बाहर निकलना आपने सिखाया
मेरे हर दर्द को गले से लगाया
पापा आपने जितना प्यार और स्नेह हमें दिया
उसी स्नेह और प्यार ने हमारे अंदर इतना आत्मविश्वास जगाया
लव यू पापा !!!

Poem on Father in Hindi by Harivansh rai Bachchan

बिना वो उंगलियां पकड़े
कहां कुछ हासिल होना है
साथ ना हो उनका तो
जिंदगी में रोना ही रोना है
पापा की जेब में देखा
मैंने हर कीमती खिलौना है
बिखरे कभी सपने अगर
तो पापा एक बिछौना है
लौटा सकू वो खुशियां उन्हें
मुझे उस काबिल होना है
लूट जाए सब कुछ बस
पापा को नहीं खोना है
उनकी मौजूदगी से ही
घर में खुशियों का होना है
उनकी कुर्बानियों का बोझ
अब हमें ढोना है
यूं तो मां-बाप में समाहित
संसार का हर कोना है
लिख पाए इतना सब कुछ
कैसे मेरा कलम बोना है..!

अंतिम शब्द –

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