Political Shayari in Hindi

40+ सर्वश्रैष्ठ राजनितिक शायरी – Political Shayari in Hindi

आज की चर्चा का विषय political shayari in hindi है। राजनीति हर युग में बहुत दिलचस्प रही है। ईमानदार राजनेताओं ने समाज को नियंत्रित करने और समाज के संतुलित विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। प्रत्येक व्यक्ति प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से राजनीति से जुड़ा है, इसलिए देश के विकास और समृद्धि के लिए जाति-जाति, धर्म, स्वार्थ-लोभ से ऊपर उठकर एक ईमानदार नेता का चुनाव करना चाहिए। भारत देश के महान राजनेता है जो की भारत देश के pm थे लाल बहादुर शास्त्री है

Political Shayari in Hindi

सरकार गरीबों की देखभाल कब करती है?
चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है,
वैसे-वैसे यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है।

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साहब (नेताओं) के घर आज भी चमक रहे हैं।
भारत में कुछ नवजात शिशु भूख से मर रहे हैं।

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हम भारत के पंछी, आसमान है हमारी सीमा,
चांद और सूरज को जानो, हमारी जिद है हमारी जद।

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“जाओ और स्वर्ग के सम्राट को सूचित करो
वह हर दिन आसमान पर चढ़ रहा है ”(दिनकर)।

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अगर करते हैं तो सीखें कि किससे करें, किससे शिकायत करें?
कहाँ गए थे, कहाँ पहुँचे थे, कहाँ मिले थे।

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चंद चेहरे खुद से छीन लेंगे,
खुद पर फिक्र मत करो,
आखिर दिल को जलन हुई?
हमने नहीं कहा कि प्यार मत करो।

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जब कुल के लोग रंग की खोज में निकले,
तितलियाँ मीलों तक राह दिखा चुकी थीं।

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सब कुछ “चुपचाप” क्यों सुना जाए,
कभी-कभी आपको प्रोत्साहन के साथ “नहीं” कहना चाहिए।

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ज़मीन पर चल न सका, आसमान से भी चला गया,
परिंदा भी फ्लाइट से गई।

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काजल के पहाड़ पर चढ़ना, और चढ़ना और पार करना,
बेदाग हुए बिना यह सब करना बहुत मुश्किल है।

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अगर आप दोस्त हैं तो आपके हाथ में ये खंजर क्यों हैं?
दुश्मन हैं तो मेरा सिर क्यों नहीं हटता।

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अक्सर वही “दीये” हाथ जलाते हैं,
जिसे हम हवा से बचा रहे थे।

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लहरों को खामोश देखकर ये न
समझना कि समंदर में समंदर नहीं है,
हम जब भी उठेंगे तो उठेंगे तूफान की तरह,
अभी हमने उठने का निश्चय नहीं किया है।

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टूटी कलम और गोरो से जलन
हमें अपना भाग्य खुद लिखने नहीं देते।

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मैं कब्र की मिट्टी को हाथ में लेने की सोच रहा हूँ,
जब लोग मरते हैं, तो अभिमान कहाँ जाता है?

Rajniti Status

मैं तमाशा न बनने के लिए खामोश हूँ,
और तुम समझते हो कि मेरा तुमसे कोई लेना-देना नहीं है…

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दुनिया हलवाई की तरह व्यवहार करती है,
तुम भी मलाई की तरह नीचे उतर जाओगे।

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एक आंसू भी सरकार के लिए खतरा है,
तुमने आँखों का समंदर नहीं देखा।

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अब कौन से सरप्राइज बाजार में रखे जाते हैं?
जो बाहर आएगा वो पूछेगा कि कीमत क्या है…

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मृत लोहे के उपकरण,
जो अपने आँसुओं को हथियार बनाते हैं,
राजनेता हमें बेकार समझते हैं
लेकिन हम ही हैं जो इस देश की सरकार बनाते हैं।

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आप चोरों, बेईमान और भ्रष्ट
नेताओं के बारे में क्यों बात करते हैं?
लोकतंत्र की ताकत लोगों में है,
उन्हें उनकी हैसियत दिखा रही है।

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नदियों का उद्गम, वीरों का
उद्गम जानना बहुत कठिन है।
धनुष छोड़कर रणधीर का गोत्र क्या है,
तपोबल से ग्राउंड फ्लोर पर मिले सम्मान,
केवल कायर, क्रूर, “जाति-जाति” का शोर मचा रहे हैं।

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जहां सत्य है, वहीं हम खड़े हैं,
इसी वजह से वह उसकी आंखों में दबा हुआ है।

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नेता की बातों में है सच्चाई का अभाव,
झूठ बोलना इनका स्वभाव है।

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नेता बहुत ज्यादा क्या धोखा देते हैं?
ये 5 साल बाद ही दिखाई देते हैं।

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आँख देखती है हिन्दू-मुसलमान,
मैं अंधा हूं सर, मैं हर इंसान में इंसान देखता हूं।

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मैं अपनी आँखों को चश्मे से देखता हूँ
मैं कोशिश करूँगा और
देखूँगा कि कौशल कितना है
नज़ारा तो बस वही दिखाता है
मैं छोटा हूं लेकिन हर बार मैं
खुद को अपनी हाइट बढ़ाते हुए देखता हूं

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जब लोकतंत्र अपने असली रंग में आता है,
तो नेताओं की स्थिति जानी जाती है।

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जो तुमसे पहले यहाँ था,
उन्हें भी अपने भगवान होने में इतना विश्वास था।

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राजा ने कहा इसकी रात
रानी बोली रात
मंत्री ने कहा रात हो गई है
संतरी ने कहा कि यह रात है
सुबह हो गई है

Politician Shayari

सब वही लिखते हैं, बस मायने बदल जाते हैं,
सरकारें वैसे ही चलती हैं,
बस वजीर-ए-आजम बदल जाता है।

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यह भी गंदी राजनीति का नतीजा है।
एक बोतल पानी की कीमत बीस रुपये है।

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जो मुझे सदाचार सिखाते हैं,
मैंने तुम्हारे मुँह में बहुत सी भाषाएँ देखी हैं,
और अपनी झूठी ईमानदारी का ढोंग मत करो
कुछ भी कहने से पहले मैंने अपनी आँखों में देखा है।

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राजनीति के रंग में इतना मत डूबो,
कि वीरों की शहादत भी न दिखे,
अपनी प्रतिज्ञा की ज़ुबान को थोड़ा याद रखें,
क्या आपको अपनी जुबान की बात याद है?

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अब युवाओं को भी राजनीति में आना चाहिए।
देश को ईमानदारी का आईना दिखाना चाहिए।
युवा नेता कविता

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मस्जिद को नहीं जानते
शिव को नहीं जानते
जो भूखे हैं
वे केवल निवाला जानते हैं।

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क्या खोया दुनिया में क्या पाया,
मग में मिलना और बिदाई करना,
मैं किसी से शिकायत नहीं करता
हालांकि हर कदम पर धोखा दिया।

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सवाल जहर का नहीं था, मैंने पी लिया।
जब मैं जीवित रहा तो लोगों को चोट लगी।

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हम अपने नेतृत्व में इतने खो कैसे गए?
हमें जगाने से लेकर ये कैसे
हमारी नींद में खलल डालते हैं।

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इस नदी के किनारे ठंडी हवा आती है,
लहरों से टकराने पर ही नाव जर्जर होती है।

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तूफ़ानों से नज़रें मिलाना,बाढ़ों पर वार करना,
नाविकों के घेरे को छोड़ दें, नदी के उस पार तैरें।

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आम आदमी पार्टी को देखिए, जहां उन्होंने धरना दिया,
उन्हें भी अपने देश से प्यार करना सिखाएं।

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हमने ग़म की बड़ी आह से खुशी का मोती तराशा है,
और हंसने का सुख दुख के पंजों से छीन लिया जाता है।

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हमें इतना समझ नहीं आया
कांच और पत्थर की दुनिया का सपना।

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मैं बहुत बोलता हूं लेकिन नेता नहीं हूं,
मैं बिना मतलब के किसी को कुछ नहीं देता।

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हम हर समय आपस में लड़ते रहे,
लेकिन जब वह मर गया, तो वह जाकर लेट गया।

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नापाक हथियारों से भारत पर हमला करने वालों,
ऐसे कुत्तों को लाओ और उन्हें सात समुद्रों के पार से लटका दो!

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शत्रु हमें सात समुद्रों के पार से खोदेंगे!
पर अपने घर के गद्दार से कैसे बच पाओगे !!

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मातृभूमि की जय कहने से कतराते हैं
धर्म को देश से ऊपर कहना
नमक के देश का हिसाब, दुश्मन गाता है गुणगान
ऐसे देशद्रोहियों पर कुत्ते भी शरमा जाते हैं।

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असहायों का सहारा बनो,
बन के किनारों के लिए,
जो अपने लिए जीता है, वह किस लिए जिएगा?
हो सके तो हज़ारों जियें।

आज हमने हमारे इस लेख में आपको political shayari in hindi विषय पर सम्पूर्ण जानकारी दी है। अगर आपको यह शायरी पसंद आयी है तो आप हमे कमेंट करके बता सकते है।

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