Sangya Ke Kitne Bhed Hote Hain

संज्ञा के भेद परिभाषा उदहारण – Sangya Ke Kitne Bhed Hote Hain

Sangya Ke Kitne Bhed Hote Hain दोस्तों अगर आप भी यह जानना चाहते है की संज्ञा के कितने भेद होते है तो आप हमारे इस आर्टिकल को पढ़ सकते है।  इसमें हमने आसान भाषा में संज्ञा की परिभाषा को बताते हुए उसके भेदो वर्णण किया है। यहाँ पर आप सर्वनाम के भेद भी पढ़ सकते है।

Sangya Ke Kitne Bhed Hote Hain In Hindi

संज्ञा किसे कहते हैं।
संज्ञा उस विकारी शब्द को कहते है जिससे किसी वस्तु ,व्यक्ति,प्राणी, स्थान, गुण के नाम का बोध होता हो उसे संज्ञा कहते है।

वस्तुओं का नाम -कलम, मोबाइल, कुर्सी
व्यक्तियों के नाम- सलमान खान, गांधीजी, महेंद्र सिंह धोनी, आदि
प्राणियों के नाम- कुता ,बिल्ली, चिडिय़ा आदि
स्थान के नाम – जयपुर, जोधपुर, पटना, मुंबई आदि
गुणों के नाम- ईमानदारी, धोखेबाजी, आदि

संज्ञा के मुख्यत 5 भेद होते है। 

1 व्यक्तिवाचक संज्ञा
2 जातिवाचक संज्ञा
3 भाववाचक संज्ञा
4 सम्हुवाचक संज्ञा
5 द्रव्यवाचक संज्ञा

1 व्यक्तीवाचक संज्ञा- जिस शब्द से किसी वस्तु ओर व्यक्ति का बोध होता है उसे व्यकतिवाचक संज्ञा कहते हैं।

जैसे श्याम, गांधीजी, गंगा, जयपुर

• श्याम ओर गांधीजी कहने से व्यक्ति का बोध हो रहा है।
• गंगा कहने से एक नदी का बोध हो रहा है।
• जयपुर कहने से एक स्थान का बोध हो रहा है

व्यकटिवाचक संज्ञा निम्न रूप से हो सकती है।
व्यक्तियों का नाम- राम स्याम सुरेश रमेश
दिशाओं का नाम- पूरब पश्चिम उत्तर दक्षिण
देशों का नाम- भारत, पाकिस्तान, अमेरिका, जापान आदि
समुद्र का नाम- अरब सागर, हिंदमहासागर, प्रशांत महासागर आदि
नदियों का नाम- गंगा, यमुना, सरवती, कोशी आदि
नगरो के नाम- दिल्ली, अहमदाबाद, राजकोट आदि

2.जातीवाचक संज्ञा – जिस संज्ञा से एक ही प्रकार के वस्तु ओर व्यक्ति का बोध होता है उसको जाती संज्ञा कहते हैं।

जैसे मनुस्य, नदी, पाहड, घर आदि

मनुष्य कहने से मनुष्य जाति का
नदी कहने से सभी प्रकार की प्रमुख नदियों का
पाहड़ कहने से संसार के सभी पाहडो का
घर कहने से सभी तरह के घरों का
इन सभी शब्दों से उनकी जाती का बोध हो रहा है इस लिए यह जातीवाचक संज्ञा कहलाती हैं।

3 .भाववाचक संज्ञा-  जिस संज्ञा से किसी वस्तु या व्यक्ति के गुण,दोष, दशा आदि के भावो को बोध होता है वह भाववाचक संज्ञा कहलाती हैं।

जैसे – बुढ़ापा, लंबाई, चौड़ाई, समझ, आदि

4 .समहुवाचक संज्ञा- जिस संज्ञा से व्यक्ति या वस्तु के सम्हु का बोध होता है उसे समहु वाचक संज्ञा कहते है।
जैसे
व्यक्तियों के समहू से आस्य- सभा, गिरोह, मंडल , दल
वस्तु के समूह से आस्य- गुच्छा, कुंज

5 .द्रव्यवाचक संज्ञा- जिस संज्ञा से वस्तुओं के नाप तौल का बोध होता है उसे द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं।
जैसे
लोहा, चांदी, सोना, दूध,पानी, तेल, घी, आदि

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