कब तक रह पाओगे यू दूर हमसे मिलना तो पड़ेगा कभी न कभी हमसे नजरे चुराने लगे हो ये बेरुखी कैसी कह दो अगर कोई  कुसूर हमसे

इस तरह मेरे प्यार का इम्तिहान न लीजिए खफा हो क्या हमसे इतना बता तो दीजिए माफ कर दो अगर  हो गई है खता हमसे ऐसे नजरे चुराकर हमे सजा ना दीजिए।

धड़कन बनकर जो दिल में समा गए हैं हर पल उनके याद बिताते हैं आसू निकल जाते है जब वो याद आते हैं और जान निकल जाती हैं जब वो रूठ जाते है।

पाना और खोना तो किस्मत की बात है पर चाहते रहना तो अपने हाथ में है तुम्हारा इश्क तो मेरे लिए हवा जैसा है जरा सा कम हो तो सास रुकने लगती हैं

गलती अगर मेरी है  तो माफी भी मांग लूंगा रहा नही जाता  तुम बिन एक पल भी बिछड़कर

ऐसी ही  बेहतरीन  शायरिया पढ़ने के लिए  लिंक पर क्लिक करे