अलग है भाषा, धर्म जात, और प्रांत, भेष, परिवेश, पर हम सब का एक ही गौरव है, राष्ट्रध्वज तिरंगा श्रेठ

याद रखेंगे वीरो तुमको हरदम, यह बलिदान तुम्हारा है, हमको तो है जान से प्यारा यह गणतंत्र हमारा है

सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा, हम बुलबुले है इसके ये गुलसिता हमारा।

www.hindiscope.com

ना जियो धर्म के नाम पर, ना मरों धर्म के नाम पर, इंसानियत ही है धर्म वतन का, बस जियो वतन के नाम।

तिरंगा लहरायेंगे, भक्ति गीत गुनगुनाएंगे, वादा करो इस देश को, दुनिया का सबसे प्यारा देश बनायेंगे।

आन देश की शान देश की, देश की हम संतान है, तीन रंगों से रंगा तिरंगा, अपनी ये पहचान हैं।